रविवार, 23 मई 2021

हल्लो मच्छर!


मच्छर तेरे कितने घर

दादा दादी, नाना नानी
हर घर में तेरी शैतानी
पापा भी कल लेकर आए
पिंक कलर की मच्छरदानी

रात को मेरे कानों में तू
क्यूँ करता है बकर बकर
मच्छर तेरे कितने घर.. 


क्या तू पूरे दिन सोता है
छुट्टी का दिन कब होता है? 
ये सब बिल्कुल नहीं चलेगा
चल मेरे स्कूल चलेगा, 

मेरी मैम बहुत अच्छी हैं, 
देख तू उनसे बिल्कुल मत डर
मच्छर तेरे कितने घर..

निखिल आनंद गिरि

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