इसे देखो
अक्षरों के बीच घिरे हुए आदमी को पढो
क्या तुमने सुना
कि यह लोहे की आवाज़ है
या मिट्टी में गिरे खून का रंग
लोहे का स्वाद लोहार से मत पूछो
घोङे से पूछो
जिसके मुँह में लगाम है
-सुदामा पाण्डेय 'धूमिल'
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
ये पोस्ट कुछ ख़ास है
डायपर
नींद न आने की कई वजहें हो सकती हैं किसी प्रिय का वियोग बुढ़ापे का कोई रोग या आदतन नहीं सोने वाले लोग नवजात बच्चों के बारे में सोचिए मां न भ...
-
कौ न कहता है कि बालेश्वर यादव गुज़र गए....बलेसर अब जाके ज़िंदा हुए हैं....इतना ज़िंदा कभी नहीं थे मन में जितना अब हैं....मन करता है रोज़ ...
-
छ ठ के मौके पर बिहार के समस्तीपुर से दिल्ली लौटते वक्त इस बार जयपुर वाली ट्रेन में रिज़र्वेशन मिली जो दिल्ली होकर गुज़रती है। मालूम पड़...
-
हिंदी सिनेमा में आखिरी बार आपने कटा हुआ सिर हाथ में लेकर डराने वाला विलेन कब देखा था। मेरा जवाब है "कभी नहीं"। ये 2024 है, जहां दे...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
इस पोस्ट पर कुछ कहिए प्लीज़