दिल से बेहतर कोई किताब नहीं
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प्रेम से सराबोर मेरी फिक्र तेरा पीछा करती रही दिन, रात, सुबह, शाम हर घड़ी, हर मौसम सालों से सदियों तलक.. शहर दर शहर घर, गली-कूचे, मोहल्ले ...
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