शुक्रवार, 23 फ़रवरी 2007

प्रेम

प्रेम!!
प्रेमी सोचता है
किउसकी आँखों की भाषा सिर्फ वही पढ़ रही है
उसके संकेतों को सिर्फ़ वही समझ रही है
इस तरह का भ्रम प्रेमिका को भी होता है

भ्रम न रहे तो बताइए प्रेम कैसे हो!

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