Rape capital लेबल वाली कोई पोस्ट नहीं. सभी पोस्ट दिखाएं
Rape capital लेबल वाली कोई पोस्ट नहीं. सभी पोस्ट दिखाएं

ये पोस्ट कुछ ख़ास है

जाना

तुम गईं.. जैसे रेलवे के सफर में बिछड़ जाते हैं कुछ लोग कभी न मिलने के लिए   जैसे सबसे ज़रूरी किसी दिन आखिरी मेट्रो जैसे नए परिंदों...

सबसे ज़्यादा पढ़ी गई पोस्ट