tag:blogger.com,1999:blog-3985184180350538398.post6429947487403562687..comments2024-01-29T13:49:43.930+05:30Comments on आपबीती: दारू और बंदूक के बीच बापू की याद...Nikhilhttp://www.blogger.com/profile/16903955620342983507noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3985184180350538398.post-18149968317049089332012-10-23T10:18:42.030+05:302012-10-23T10:18:42.030+05:30"कुछ बुद्धिजीवियों के चेहरे कभी नहीं बदलते&qu..."कुछ बुद्धिजीवियों के चेहरे कभी नहीं बदलते", बिलकुल सही कहा आपने. आज देश को ज़रुरत है ऐसे लोगों की, जो केवल शब्दवीर न होकर सचमुच में देश को आगे ले जाने का हौसला रखें. भ्रष्टाचार से मुक्त भारत!!indianrjhttps://www.blogger.com/profile/16452757563692397750noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985184180350538398.post-73176733015076677412012-10-22T17:49:26.830+05:302012-10-22T17:49:26.830+05:30मेरे अनुभव को लिखा है आपने निखिल . गाँधी कथा सुनान...मेरे अनुभव को लिखा है आपने निखिल . गाँधी कथा सुनाने मैं भी गया था एक दिन. अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.com