tag:blogger.com,1999:blog-3985184180350538398.post5367754741396424020..comments2024-01-29T13:49:43.930+05:30Comments on आपबीती: घर में पधारो 'योयो' जी..Nikhilhttp://www.blogger.com/profile/16903955620342983507noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-3985184180350538398.post-26966896873086476812013-03-27T00:44:15.750+05:302013-03-27T00:44:15.750+05:30बहुत ही अच्छा वंय्ग था
रचनात्मक सोच है
सुरक्षित ...बहुत ही अच्छा वंय्ग था<br />रचनात्मक सोच है<br /><br /><br />सुरक्षित और रंग बिरँगी होली मनायें !<br />कृपया दारू पी कर गाड़ी न चलायें .!!<br /><br />होली की ढेर सारी शुभकामनायें !!!!!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08983852198767882469noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985184180350538398.post-70987565806295387442013-03-25T18:00:41.423+05:302013-03-25T18:00:41.423+05:30बहुत अच्छी लेख है निखिल जी. ये ज्यादा से ज्यादा लो...बहुत अच्छी लेख है निखिल जी. ये ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचनी चाहिए...यूँ तो ये "यो यो" टाइप से ही चिढ आती है मुझे तो हनी सिंह जी के बारे में आपके बराबर या शायद अब कुछ कम ही जानकारी मेरे पास भी है, मगर हाँ जब उन्हें पकड़ा गया था तो एक बार जिज्ञासा जागी थी कि आखिर लिरिक्स ऐसे भी क्या थे? और फिर जो पढने को मिला...उसके बाद तो अपने आप से घिन आई कि न ही पढता तो ज़ुल्म करता....<br />ADITYA BHUSHAN MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/13337437687877177544noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985184180350538398.post-33823507422988748812013-03-25T15:53:42.817+05:302013-03-25T15:53:42.817+05:30हाहाहा..इस एंगल से सोचा ही नहीं, न ही उनसे पूछा..श...हाहाहा..इस एंगल से सोचा ही नहीं, न ही उनसे पूछा..शुक्रिया..Nikhilhttps://www.blogger.com/profile/16903955620342983507noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3985184180350538398.post-31650926068670489672013-03-25T15:46:20.341+05:302013-03-25T15:46:20.341+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.com